अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को एक नए खुलासे के तहत कांग्रेस पर रिलायंस इंडस्ट्रीज को फायदा पहुंचाने का आरोप लगाया। केजरीवाल ने इस दौरान दो ऑडियो टेप भी जारी किए। इनमें से एक टेप में नीरा राडिया और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी के दामाद रंजन भट्टाचार्य की बातचीत का ब्यौरा था, जबकि दूसरे टेप में मुकेश अंबानी को कांग्रेस को अपनी दुकान कहते हए सुना गया। पहले ऑडियो टेप में डीएमके परिवार के कैबिनेट में शामिल होने की बातचीत का खुलासा किया गया।
केजरीवाल ने कहा कि रिलायंस इंडस्ट्रीज को फायदा पहुंचाने के लिए केंद्र सरकार ने केजी बेसिन का ठेका उसे दे दिया। रिलायंस ने गैस की कीमतें सवा चौदह डॉलर प्रति यूनिट तक बढ़ा दीं। केजरीवाल ने बताया कि रिलायंस ने सरकार को कम कीमत पर गैस देने से इंकार कर दिया।
केजरीवाल ने अपने आरोपों में कहा कि जब तत्कालीन पेट्रोलियम मंत्री मणिशंकर ने रिलायंस की बात नहीं मानी तो 2006 में उन्हें मंत्री पद से हटाकर मुरली देवड़ा को मंत्री बनाया गया, ताकि रिलायंस को गैस की कीमत 2.34 डॉलर प्रति ब्रिटिश थर्मल यूनिट (एमएमबीटीयू) से बढ़ाकर 4.2 डॉलर प्रति एमएमबीटीयू दी जा सके।
केजरीवाल ने बताया कि रिलायंस को जब उसकी मुंहमांगी कीमतें नहीं दी गई तो उसने गैस की ब्लैक मार्केटिंग शुरू कर दी। उन्होंने रिलायंस पर 2001 से मनमानी और दादागिरी करने का आरोप लगाया। केजरीवाल ने कहा कि रिलायंस की मनमानी के कारण ही देश में बिजली महंगी हुई।
उन्होंने कहा कि रिलायंस ने जब 14.2 डॉलर प्रति एमएमबीटीयू की मांग की, तो पिछले पेट्रोलियम मंत्री जयपाल रेड्डी ने उन्हें यह कीमत देने से मना कर दिया। इसके बाद केंद्र सरकार ने रिलायंस को फायदा पहुंचाने के लिए जयपाल रेड्डी को पेट्रोलियम मंत्रालय से हटा दिया।
केजरीवाल ने कहा कि अगर सरकार ने रिलायंस को गैस के लिए उसकी मुंहमांगी कीमत 14.2 डॉलर प्रति एमएमबीटीयू दे दी तो देश में खाद की कीमतें बढ़ जाएंगी और कई गैस चलित पॉवर प्लांट बंद हो जाएंगे। इससे रिलायंस को 43 हजार करोड़ रुपये का फायदा होगा।
केजरीवाल ने कहा कि रिलायंस इंडस्ट्रीज को फायदा पहुंचाने के लिए केंद्र सरकार ने केजी बेसिन का ठेका उसे दे दिया। रिलायंस ने गैस की कीमतें सवा चौदह डॉलर प्रति यूनिट तक बढ़ा दीं। केजरीवाल ने बताया कि रिलायंस ने सरकार को कम कीमत पर गैस देने से इंकार कर दिया।
केजरीवाल ने अपने आरोपों में कहा कि जब तत्कालीन पेट्रोलियम मंत्री मणिशंकर ने रिलायंस की बात नहीं मानी तो 2006 में उन्हें मंत्री पद से हटाकर मुरली देवड़ा को मंत्री बनाया गया, ताकि रिलायंस को गैस की कीमत 2.34 डॉलर प्रति ब्रिटिश थर्मल यूनिट (एमएमबीटीयू) से बढ़ाकर 4.2 डॉलर प्रति एमएमबीटीयू दी जा सके।
केजरीवाल ने बताया कि रिलायंस को जब उसकी मुंहमांगी कीमतें नहीं दी गई तो उसने गैस की ब्लैक मार्केटिंग शुरू कर दी। उन्होंने रिलायंस पर 2001 से मनमानी और दादागिरी करने का आरोप लगाया। केजरीवाल ने कहा कि रिलायंस की मनमानी के कारण ही देश में बिजली महंगी हुई।
उन्होंने कहा कि रिलायंस ने जब 14.2 डॉलर प्रति एमएमबीटीयू की मांग की, तो पिछले पेट्रोलियम मंत्री जयपाल रेड्डी ने उन्हें यह कीमत देने से मना कर दिया। इसके बाद केंद्र सरकार ने रिलायंस को फायदा पहुंचाने के लिए जयपाल रेड्डी को पेट्रोलियम मंत्रालय से हटा दिया।
केजरीवाल ने कहा कि अगर सरकार ने रिलायंस को गैस के लिए उसकी मुंहमांगी कीमत 14.2 डॉलर प्रति एमएमबीटीयू दे दी तो देश में खाद की कीमतें बढ़ जाएंगी और कई गैस चलित पॉवर प्लांट बंद हो जाएंगे। इससे रिलायंस को 43 हजार करोड़ रुपये का फायदा होगा।